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मनियर की ईओ मणि मंजरी राय का फंदे पर लटकता मिला शव,डिप्रेशन में आत्महत्या करने की जताई जा रही है आशंका



मधुसूदन सिंह
बलिया ।। नगर  निकाय मनियर की युवा अधिशाषी अधिकारी मणि मंजरी राय का शव आवास विकास हरपुर के कमरे ने पंखे के हुंक से लटकता हुआ पाया गया है । पड़ोसी की सूचना पर पहुंचे शहर कोतवाल विपिन सिंह ने शव को फंदे से उतरवाकर पंचनामा तैयार कराया । घटना सोमवार रात साढ़े 10 बजे के आसपास की बतायी जा रही है । पुलिस सूत्रों के अनुसार कमरे के हालात को देखने के बाद प्रथम दृष्टया डिप्रेशन में की गई आत्महत्या जान पड़ रही है ।
  बता दे कि मणि मंजरी राय कुशाग्र वुद्धि की युवती थी और आईएएस बनने का सपना पाले हुई थी लेकिन सफल नही हो पा रही थी । यही नही इसने पीएचडी भी पूर्ण कर लिया था । शुरू से ही मनियर नगर पंचायत की कार्यपद्धति से वह खुश नही थी और हमेशा अपने आपको फंसाये जाने का खतरा अपने स्थानीय मामाओं से कहती थी ।
  अभी पिछले 24 जून को ही जिलाधिकारी बलिया द्वारा गौरा बगही में बन रहे गौ आश्रय स्थल का निरीक्षण किया था और मानक विपरीत कार्य पाने पर बहुत नाराज हुए थे । जिलाधिकारी के इस दौरे के दौरान न तो ईओ मंजरी राय ही मौजूद थी, न ही ठेकेदार, जिससे जिलाधिकारी और नाराज हुए थे ।

बता दे कि नगर पंचायत मनियर के गौरा बगहीं में बन रहे पशु आश्रय स्थल का 24 जून को निरीक्षण जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने बुधवार को किया। इस दौरान अधिशासी अधिकारी व ठेकेदार के मौजूद नहीं होने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। समय के हिसाब से काफी कम कार्य होने पर उन्होंने जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्रवाई के भी संकेत दिए। वहीं, पशुओं के खानपान व रहने की समुचित व्यवस्था पर उन्होंने विशेष जोर देने को कहा।

करीब दो वर्षो से बन रहे पशु आश्रय स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी ने वहां नगर पंचायत के वरिष्ठ लिपिक विनोद सिंह से विस्तृत जानकारी मांगी। हालांकि लिपिक को भी सही सटीक जानकारी नहीं थी। डीएम ने जब कार्य बन्द होने का कारण पूछा तो वरिष्ठ लिपिक ने बताया कि बरसात होने के कारण मिट्टी भराई व जोड़ाई का कार्य बाधित है। इस पर उन्होंने सवाल किया कि बरसात तो 10-15 दिन से ही हो रही है। उसके पहले आखिर क्या हो रहा था। कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि मानक के अनुरूप और तेजी से कार्य नहीं हुआ तो बड़ी कार्रवाई देखने को मिलेगी। आश्रय स्थल में रह रहे पशुओं के खान पान व रहने की समुचित व्यवस्था करने पर विशेष बल दिया। इस दौरान उनके साथ एसडीएम बांसडीह दुष्यंत मौर्य थे।

कही डिप्रेशन का कारण मनियर नगर पंचायत का कार्य तो नही
ईओ मनियर की संदिग्ध परिस्थियों में मौत से कई सवाल खड़े हो गये है । आखिर कौन सी ऐसी परिस्थितयां उतपन्न हो गयी कि एक युवा अधिकारी को मौत को गले लगाना पड़ा । कही 24 जून का जिलाधिकारी का गौ आश्रय स्थल के निरीक्षण में मिली खामी और ईओ मणि मंजरी राय के डिप्रेशन में कनेक्शन तो नही ? क्या इसी काम की प्रगति व गुणवत्ता को लेकर चिंतित तो नही थी ईओ ? आखिर डिप्रेशन का कारण क्या था, इसकी जड़ तो नगर पंचायत मनियर के परिसर में ही मिलेगी ?