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लखनऊ : लोक निर्माण विभाग का होगा नया "लोगो" :केशव प्रसाद मौर्य

लोक निर्माण विभाग का होगा नया "लोगो" :केशव प्रसाद मौर्य

लखनऊ, दिनांक 17 जनवरी 2020 ।। उ0प्र0 के उपमुख्यमंत्री  केशव प्रसाद मौर्य के लोक निर्माण विभाग का नया ‘‘लोगो’’ बनाये जाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये हैं। उन्होने कहा है कि ‘‘लोगो’’ ऐसा बनाया जाय, जो देखने में बहुत ही आकर्षक हो तथा आम लोगों की समझ में आसानी से आ जाय। उन्होने लोक निर्माण विभाग के कार्यालयों के सुदृढ़ीकरण व सौन्दर्यीकरण की आवश्यकता पर बल देते हुये निर्देश दिये हैं कि कार्यालयों की रंगाई-पुताई आदि का कार्य अच्छे ढ़ग से करा लिया जाय। श्री मौर्य ने कहा कहीं-कहीं देखने में आया है कि कुछ सेक्शन टीन शेड के नीचे संचालित हैं वहां पर पक्के भवन बनाने की कार्ययोजना बनाकर कार्यवाही अमल में लायी जाय।
उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने निर्देश दिये हैं जिन मार्गों का निर्माण किया गया है उनका टीम गठित करके निरीक्षण करा लिया जाय। उन्होने कहा कि सड़क के किनारे वाटर रिचार्जिंग करने हेतु प्लान बनाया जाय। श्री मौर्य ने निर्देश दिये कि दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों का निरीक्षण करा लिया जाय तथा तात्कालिक सुधार कार्य पूर्ण करा लिये जाय और दीर्घकालीन उपायों हेतु सी0आर0आर0आई0 एवं आई0आई0टी0 दिल्ली से रोड सेफ्टी आॅडिट की आख्या शीघ्र प्राप्त की जाय, जिसके अनुसार वांछित इंजीनियरिंग सुधार का कार्य कराया जाय। उन्होने यह भी निर्देश दिये हैं कि लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाये गये पुराने गेस्ट हाउसों का पुनरोद्धार कार्य शीघ्र कराया जाय तथा जहाॅ पर आवश्यकता है वहाॅ पर नये गेस्ट हाउस बनाने का कार्य भी कराया जाय।
श्री मौर्य ने निर्देश दिये कि नये मार्ग बनने के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों/लोगों से इन्टरव्यू/फीडबैक लेते हुये उसका 02-03 मिनट का वीडियो क्लिप तैयार कर विभागीय वेबसाइट/सोशल मीडिया में डालकर प्रचार प्रसार कराया जाय। उन्होने सेतु निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि पुराने जर्जर पुलों की जाॅच कराकर खराब सेतुओं का पुनर्निर्माण के कार्य में तेजी लायी जाय। प्रदेश में रेलवे के साथ पुलों के निर्माण में बाधाओं को दूर करने के लिये रेलवे के अधिकारियों के साथ बैठक कर समस्याओं का समाधान किया जाय। लोक निर्माण विभाग की पुरानी मशीनरी जिसका प्रयोग न हो/निष्प्रयोज्य हो उसे नियमानुसार नीलाम कराया जाय। लोक निर्माण विभाग के प्लान्ट एवं मशीनरी का शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित किया जाय। पुलों के निर्माण का निरीक्षण प्रोजेक्ट मैनेजर/सहायक अभियन्ता/अवर अभियन्ता द्वारा प्रतिदिन करायी जाय, जिससे पुलों के निर्माण में कोई चूक न होने पाये।